Skip to main content

दलित को घुड़चढ़ी ना चढ़ने देने का मामला निकला झूठा दलित और मुस्लिम को भिड़ाने की थीं साजिश


 सहारनपुर   गंगोह विधानसभा  नानौता थानाक्षेत्र गांव छाछरौली में  दलित दूल्हे को घुड़चाड़ी नहीं चढ़ने देने का झूठा  मामला फैलाया जा रहा था  समय रहते पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मामले की भनक लगते ही मामला शांत कराया भीम आर्मी नेता अनिल रावण ने बताया कि और अपनी फेसबुक पर साझा भी किया दलित और मुस्लिम को भिड़ने की कोसिस की जा रही थी हुई नाकाम जिसमे आज समाज के जिम्मेदार व्यक्ति के द्वारा फैसला करा दिया गया मामला जैसे फैलाया जा रहा था ऐसा नहीं था बस DJ को लेकर बात हुई जिसमे आज गांव मे हमेशा की तरह भाईचारा रहे दोनों समाज के व्यक्तियों को समझा दिया और भविष्य मे किसी भी प्रकार कोई विवाद नहीं है और कोई भी जाति गत मामला ना बनाये समाज के ठेकेदारों से निवेदन है देश मे शांति व्यवस्था बनी रहे आप निवेदन है भाईचारा बना रहे चाहिए नहीं आज के वर्तमान समय मे बीजेपी सरकार दलित और मुस्लिम को भीड़ कर भाईचारा खत्म करने मे सफल हो जयगी ये देश यहां के मूलनिवासीयों का और इसके मालिक हम सब है इसलिए सभी प्यार से रहे जिसमे आज मौजूद रहे ग्राम प्रधान जोनू , नवीन प्रधान पूर्व शाहिद प्रधान पूर्व जगपाल सिंह, ऋतिक खुड़ाना और समस्त ग्रामवासी मौजूद रहे




स्रोत FB/अनिल रावण भीम आर्मी 

Comments

Popular posts from this blog

अशोक धम्म विजयदशमी पर बौद्ध महासमागम मुलदासपुर माजरा बच्चो ने किया चरित्र चित्रण

 दिनाँक 13 अक्टूबर 2024 को ग्राम मुलदासपुर माजरा।  अशोक विजय दशमी के अवसर पर एक दिवसीय बौद्ध समागम का कार्यक्रम संत रविदास मंदिर समिति मुलदासपुर माजरा  की ओर से आयोजन किया गया अयोजन में मुख्य धम्म उपदेशक भंते विनाचार्य ने बुद्ध, रैदास, भीम संदेश आदि पर अपने उपदेश दिए साथ ही आयोजन में मुख्य वक्तागण सतीश कुमार बौद्ध और सुमित बौद्ध ने अपने विचार प्रकट किए आसपास के गांव के ग्रामीण बौद्ध कथा सुनने पहुंचे। उपदेशकों ने आज के दिन का ऐतिहासिक महत्व समझाते हुए कहा २० वीं सदी के मध्य में बोधिसत्व, भारत रत्न , विश्व ज्ञानपुंज, सिंबल ऑफ नॉलेज डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर ने अशोक विजयादशमी के दिन १४ अक्टूबर १९५६ को नागपुर में अपने ५,००,००० (5 लाख से अधिक) अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था। डॉ॰ आंबेडकर ने जहां बौद्ध धम्म की दीक्षा ली वह भूमि आज दीक्षाभूमि के नाम से जानी जाती है। वही सम्राट अशोक के जीवन कालखंड से ओतप्रोत किस्सा सुनाया  सम्राट अशोक के कलिंग युद्ध में विजयी होने के दसवें दिन मनाये जाने के कारण इसे अशोक विजयदशमी कहते हैं। इसी दिन सम्राट अशोक ने बौद्ध धम्म की दीक्षा ली थी...

सैकड़ों कार्यकर्ताओ ने थामा भीम आर्मी का दामन अकुंश को मिली प्रदेश कमान

बहादराबाद (संदीप कुमार) उत्तराखंड में भीम आर्मी का बढ़ा कुनबा भीम आर्मी जय भीम के  प्रदेश प्रभारी सोनू लाठी ने अपनी फेसबुक सोशल साईट के माध्यम से उत्तराखंड में सदस्यता अभियान चलाने का ऐलान किया था इसी क्रम में आज जिले हरिद्वार के गांव रावली मेहदूद में सदस्यता अभियान चलाया गया जिसमें उन्होंने कहा कि भीम आर्मी जय भीम संगठन के राष्ट्रीय  अध्यक्ष मनजीत सिंह नौटियाल जी के आदेशानुसार व प्रदेश प्रभारी उत्तराखंड सोनू लाठी जी के द्वारा प्रदेश अध्यक्ष भीम आर्मी जय भीम संगठन की जिम्मेदारी एडवोकेट अंकुश शेरवाल व प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी एडवोकेट सौरभ कुमार जी को दी गई साथ ही सैकड़ों कार्यकर्ताओ ने भीम आर्मी का दामन थाम।

रविदास जी ने लिया राहु के घर जन्म घर घर बाटी गई मिठाई

 आज ग्राम मूलदासपुर माजरा में संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती के उपलक्ष्य में रविदास लीला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में संत रविदास जी के जन्म और उनके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को मंचन के माध्यम से दर्शाया गया।  अभिनय में अभिषेक ने रविदास जी के पिता राहु का, शुभम ने माता कर्मा का और कुलदीप ने नारद मुनि का किरदार निभाया। पंडित की भूमिका में शिवराज, देवराज और निकेतन ने अभिनय किया, जबकि मुनेश ने स्वयं संत रविदास जी का किरदार निभाया।  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और उद्घाटनकर्ता तेलूराम, पूर्व इंजीनियर भेल हरिद्वार थे। इस आयोजन का संचालन रविदास समिति मूलदासपुर माजरा द्वारा किया गया, जिसमें छत्रपाल, मांगेराम, राजकुमार और सहदेव जैसे सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।  यह कार्यक्रम संत रविदास जी के संदेश और उनके द्वारा प्रतिपादित सामाजिक समानता और भक्ति के मार्ग को लोगों तक पहुंचाने का एक सार्थक प्रयास था।